Wednesday, June 24, 2020

भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने लगाया सरकार पर आरोप...

भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने लगाया सरकार पर आरोप...
भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच रैली
भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच रैली
07 नवम्बर को पटना के गाँधी मैदान में भूमिहार ब्राह्मण समाज की रैली का आयोजन किया गया। जिसमे भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने दावा किया था कि इस रैली में करीब पांच लाख भूमिहार और ब्राह्मण समाज के लोग पहुँचने बाले है। और उस दिन पूरा गाँधी मैदान भर जाएगा। लेकिन भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच की रैली में आशुतोष कुमार द्वारा किये गए दावे के चौथा हिस्सा भी लोग गाँधी मैदान नही पहुँचा। जिसका आरोप उन्होंने सरकार पर लगाते हुए यह कहा कि सरकार के द्वारा इस रैली को असफल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। कई जगहों पर सड़क को जाम कर दिया गया है। चाहे वो कोइलबर पुल हो या गाँधी सेतु पुल हो, प्रसासन के द्वारा उसे जाम कर दिया गया है। जिससे बाहर से आने वाले लोग सड़क जाम में फंस गए हैं फिर भी कुछ लोग पैदल या किसी और साधन से गाँधी मैदान पहुँच रहे हैं। वही रैली में स्टेज पर ही गाने का प्रोग्राम भी रखा गया था जिसमे गुँजन सिंह के गाने पर भूमिहार ब्राह्मण समाज के लोग झूमने लगे।

भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि सरकार भूमिहार ब्राह्मण समाज को कम तर न आंके। सरकार को यदि भ्रम है कि भूमिहार ब्राह्मण समाज कभी एक नही हो सकता तो वो अपने मन से इस भ्रम को निकाल दे। क्योंकि जब जब भूमिहार ब्राह्मण के अधिकारों का हनन होगा तब तब हम संगठित होकर, एक होकर अपने आवाज को बुलन्द करेंगें। उन्होंने कहा कि पूरे ब्रह्मांड में जहाँ भी भूमिहार ब्राह्मण समाज के लोग होंगें, जब तक उन्हें जोड़ेंगे नही, तब तक छोड़ेगें नही। भूमिहार समाज के नेताओं को उन्होंने फटकार लगाते हुए कहा कि जब वोट लेने की बारी आती है तो वे भूमिहार के नेता बन जाते हैं। और जब भूमिहार के अधिकारों का हनन होता है तब वे भाजपा या किसी अन्य पार्टी के नेता हो जाते हैं। वोट के समय उनके लिए वोट हम बनाते हैं। चाहे जैसे भी हो उनके पक्ष में महौल हम क्रिएट करते हैं, लेकिन जब हमारे हक की बात होती है तो वे किसी पार्टी के नेता हो जाते हैं। ऐसे नेता से क्या अपेक्षा किया जा सकता है।