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श्राद्धकर्म |
मामला मुजफ्फरपुर जिला के मुशहरी थाना क्षेत्र के बुद्धनगरा गाँव का है। जब 49 बर्षीय संजीव कुमार का श्राद्धकर्म चल रहा था। गाँव और रिश्तेदार के लोग श्राद्धकर्म में सामिल थे। अचानक उसी समय संजीव कुमार आ धमका जिसे देखकर लोगों के पसीने छूटने लगा। आपको बताते चलें कि संजीव कुमार के पिता रामसेवक ठाकुर रिटायर्ड फौजी है। उन्होंने कुछ दिन पहले मुशहरी थाना में एक रिपोर्ट दर्ज कराया था जिसमे उन्होंने बताया था कि संजीव कुमार पिछले कुछ दिनों से लापता है। और वह मंदबुद्धि है। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस को गंडक नदी के किनारे एक अज्ञात युवक का लाश मिला जिसे पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जब इसकी सूचना रामसेवक ठाकुर को मिला तो अपने रिश्तेदारों के साथ अज्ञात शव का पहचान करने चले गए। और अज्ञात शव को अपना बेटा बताकर दाहसंस्कार कर दिया। उसी अज्ञात शव के श्राद्धकर्म में जब अचानक से रामसेवक ठाकुर का अपना बेटा संजीव कुमार आ गया तो उसे देखकर गाँव बाले और रिश्तेदारों के पसीने छूटने लगा। अब सवाल यह उठता है कि रामसेवक ठाकुर ने जिस अज्ञात शव का दाहसंस्कार किया था। वह लाश किसका था। और अज्ञात शव को उन्होंने अपना बेटा क्यों बताया। पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है।