Wednesday, June 24, 2020

मोकामा राजेन्द्र पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए दिसम्बर से नही चलेगा वाहन...

मोकामा राजेन्द्र पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए दिसम्बर से नही चलेगा वाहन...
राजेन्द्र पुल सिमरिया
राजेन्द्र पुल सिमरिया
Mokama :- मोकामा गंगा नदी पर बना 60 साल पुराना राजेन्द्र पुल अब बुद्धा हो चुका है। उसे अब इतनी भी ताकत नही है कि वो साधारण वाहन का भार उठा सके। राजेन्द्र पुल का निर्माण 1959 में हुआ था। इसका निर्माण इस तरह से किया गया है कि उसमें रेल और सड़क दोनों मार्ग बनाया गया है। पुल के निचले हिस्से में रेल की पटरियाँ बिछाई गई है। जिस पर रेलगाड़ियाँ गुजरती है। और उसके ऊपर में सड़क मार्ग बनाया गया है जिसपर वाहन गुजरता है। उत्तरी और दक्षिणी बिहार को जोड़ने बाला इस राजेंद्र पुल की स्थिति अब खराब हो चुका है। यह पुल कई जगह से टूट चुका है जिसके कारण रेलगाड़ियों के गुजरने से इसमें कम्पन आने लगता है। राजेन्द्र पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए रेलवे ने NHAI को चिट्ठी लिखकर इसकी सूचना दिया है। जिसपर अमल करते हुए NHAI के इंजीनियरों ने एक रिपोर्ट तैयार किया है।

जिसमे बताया गया है कि राजेन्द्र पुल का कई हिस्सा खतरनाक हो चुका है। यदि राजेन्द्र पुल के ऊपरी हिस्से सड़क मार्ग से वाहन का आवागमन नही रोका गया तो पुल का कई हिस्सा टूटकर नीचे गिर सकता है। जिससे रेलगाड़ियों का परिचालन खतरनाक हो जायेगा। और कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। इस रिपोर्ट के बाद राजेन्द्र पुल पर परिचालन रोकने के लिये DM को व्हाट्सएप के द्वारा सूचना दिया गया है। और DM के अंतिम फैसले का इंतजार किया जा रहा है। वही DM से आदेश मिलते ही राजेन्द्र पुल पर वाहनों का आवागमन बन्द हो जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि दिसम्बर माह के शुरुआत में ही राजेन्द्र पुल से वाहनों का आवागमन बन्द हो सकता है। लेकिन रेल मार्ग चालू रहेगा। और सड़क मार्ग से केवल बाइक एवं ई रिक्शा का परिचालन जारी रहेगा। उसके बाद वाहनों को गंगा पार जाने के लिए गाँधी सेतु और जेपी सेतु ही मात्र विकल्प रहेगा।
राजेंद्र पुल मोकामा
राजेंद्र पुल मोकामा